नशीले पदार्थ बेचने वालों की गंभीरता से निगरानी करना सुनिश्चित करें।
एडीसी आनन्द शर्मा ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ नशा तस्करी तथा नशाखोरी के खिलाफ बेहतर क्रियान्वयन के लिए सख्त से सख्त कार्यवाही करने बारे अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि युवाओं को नशे से बचाने के लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त रूप से गुप्त कार्यवाही की जा रही है। वहीं जिला में नशे की सप्लाई बेधड़क जारी ना हो, ऐसे हालात को देखते हुए सरकार द्वारा अब नशाखोरी खत्म करने के लिए गंभीरता से कार्यक्रम चला रही है। स्कूलों, अन्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों और कॉलेजों में कार्यक्रम के माध्यम से नशा मुक्ति को लेकर छात्रों को जागरूक करे।
डीसीपी पूजा वशिष्ठ ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार धाकड़ प्रोग्राम के तहत सत्रह सौ लोगों की टीम बनाई गयी है। यह टीमें जिला के ग्रामीण क्षेत्रों और शहर में वार्ड स्तर पर तथा स्कूलों, उच्च शैक्षणिक संस्थानों और कॉलेजों में निगरानी कर रहीं हैं। इसी प्रकार शहर क्षेत्रों में कौसंलर, कनिष्ठ अभियंता और एनजीओ, नम्बरदारो को कमेटियो में शामिल करके धाकड़ कमेटियां बनाई गई है। वहीं क्लस्टर और उप मण्डल स्तर पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की कमेटियां नशा करने वालों और नशीले पदार्थों के बेचने वालों की समीक्षा प्रति माह करके जिला मुख्यालय तथा राज्य मुख्यालय रिपोर्ट प्रस्तुत कर रही हैं।
बैठक में एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, एसडीएम बड़खल अमित मान, जिला शिक्षा अधिकारी आशा दहिया, एसीपी विष्णु प्रसाद सहित शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।