राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में करीब 4000 साधु-संतों और 2500 विशिष्ट व्यक्तियों की पहुंचने की संभावना

496 सालों की घोर प्रतीक्षा एवं संघर्ष के बाद आज राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ दिन की घड़ी का हम सभी को बहुत बेसब्री से इंतज़ार है “ न भूतो न भविष्यति “ इतिहास में शायद ही यह क्षण आया हो या आएगा . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश भर के साधु संतों की गरिमामय उपस्थिति में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा रखी जाएगी।

श्री रामजन्मभूमि अभियान टोली सदस्य , बल्लभगढ़ नगर एवं कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तरुण राज शर्मा ने कहा कि

भारत के अलावा कई देश भी इस समारोह के साक्षी बनेंगे जैसे अमेरिका के 1100 मंदिर 15 जनवरी से एक हफ़्ते के उत्सव की तैयारी हो रही है . अमेरिका , कनाडा, जर्मनी और फिजी सहित 50 देशों के प्रतिनिधियों को अयोध्या में आमंत्रित किया गया है। इस बीच, इंडोनेशिया और सऊदी अरब जैसे मुस्लिम बहुल देशों में भी लाइव स्ट्रीमिंग की योजना बनाई गई है।

जगह जगह से इस भव्य उत्सव के लिए उपहार प्राप्त हो रहे हैं जैसे सूरत के एक हीरा व्यापारी ने 5000 अमेरिकी हीरे और 2 किलो चांदी से बने हार को भेंट किया है , एक सब्जी विक्रेता ने एक ऐसी घड़ी रामलला को भेंट की है जो एक साथ 9 देशों का समय बताएगा , माता जानकी के घर नेपाल से लगभग 3,000 उपहार आए हैं , नागपुर का एक टैटू आर्टिस्ट 1,001 राम भक्तों के लिए निःशुल्क ‘श्री राम’ टैटू बना रहा है , वडोदरा के एक भक्त ने राम मंदिर के लिए 1100 किलो का दीपक बनाया है , हैदराबाद के एक राम भक्त 8000 किलोमीटर की पदयात्रा कर, 9 किलोग्राम की स्वर्ण पादुकाएं अयोध्या धाम पहुंचा रहे हैं , नागपुर के एक शेफ बनाएंगे 7000 किलोग्राम ‘राम हलवा’ , महावीर मंदिर ट्रस्ट ने स्वर्ण धनुष और बाण उपहार में दी है.

22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त सिर्फ 84 सेकंड का है।मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम के बाल स्वरूप की मूर्ति प्रतिष्ठित की जाएगी। सनातन धर्म में किसी भी मंदिर में की जाने वाली भगवान की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का बहुत बड़ा महत्व होता है। धर्म गुरुओं की मानें तो मंदिर में भगवान की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बिना उनका पूजन अधूरा माना जाता है।

राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम – में करीब 4000 साधु-संतों और 2500 विशिष्ट व्यक्तियों की पहुंचने की संभावना – है, इसलिए उस दिन सभी राम भक्त अपने मुहल्ले या गांव के मंदिर को ही अयोध्या – मानकर वहां सामूहिक रूप से एकत्र हों। मंदिरों में लाइव टेलिकास्ट के लिए LED स्क्रीन का प्रबंध कर के सभी को एक साथ अयोध्या से सीधा प्रसारण दिखाए एवं परंपरानुसार पूजा-पाठ, आराधना व – अनुष्ठान करें , भजन कीर्तन करें साथ ही पूज्य संतों द्वारा दिए गए – विजय महामंत्र श्रीराम-जय राम जय जय राम का जाप करें।
हम सभी यह सुनिश्चित करें कि हमारे आस पास के मंदिरों में किसी भी प्रकार की गंदगी ना रहे एवं शाम के समय अपने घरों के आगे न्यूनतम 11 दीपक प्रज्वलित करे । 22 जनवरी का यह विशेष दिन हम सबके लिए गौरव का विषय हैं एवं उन सभी अनगिनत बलिदान हुए स्वयं सेवकों को श्रद्धांजलि होगी । हम सभी को यह उत्सव दिवाली की तरह मनाना है एवं आस पास के वातावरण को राममय करना है

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